Shikayat Hai Lyrics & Chords By Roop Kumar Rathod
शिकायत है शिकायत है शिकायत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
जो उसको मिल नही सकता
जो उसको मिल नही सकता क्या उसकी चाहत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
टुकड़ो टुकड़ो में मुझसे
रोज़ मिलने वेल सुन
जब मुकम्मल नहीं मिलना
तो कोई ख्वाब ना बुन
तन्हा तन्हा हूँ में
मुझे तेरी ज़रूरत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
यह तेरी ज़ूलफें तेरी आँखें
अफ यह तेरा पैर है
और खुश्बू से महकता हुआ
यह गोरा सा बदन
जानता हूँ में लेकिन
किसी गैर की अमानत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
बिन तेरे मुझको ज़िंदगी से
ख़ौफ्फ लगता है
किश्तो किश्तो में मर रहा हूँ
रोज़ लगता है
इस लिए मुझको अपनी
ज़िंदगी से नफ़रत है
मुझको दिल से यही शिकायत है शिकायत है
शिकायत है शिकायत है शिकायत है
कलाकार - बिपासा बासु, जॉन इब्राहीम